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Aur Ant Mein Prarthna

300.00

Product details

  • ASIN ‏ : ‎ B07RQT9TBL
  • Publisher ‏ : ‎ Vani Prakashan; 2nd edition (1 January 2017)
  • Language ‏ : ‎ English
  • Hardcover ‏ : ‎ 202 pages
  • Reading age ‏ : ‎ 18 years and up
  • Item Weight ‏ : ‎ 250 g
  • Country of Origin ‏ : ‎ India

Additional information

Category: Product ID: 556

Description

‘ये कहानियाँ किस्सागोई की उस मज़बूत रबिश पर चलती हैं, जहाँ एक कहानी कई कहानियों से मिलकर बनती है और किस्सागो इतिहासकार, कलंदर, दार्शनिक, प्रवचनकार, नासेह, संवाददाता, कवि, गद्यकार और फ़क़ीर सभी के भेष बनाकर आता-जाता रहता है। यह स्वर और अन्दाज़, जहाँ तक मेरी जानकारी है, समकालीन हिन्दी कहानी में किसी और से सध नहीं पाया है। इसमें निहित नाटक को काबू में रख पाना और उसके काव्य को सुरक्षित रखना उदय के ही बस में है। उदय दरअसल ऐसे एथलीट हैं, जो अपने कथानाक की लय और चाल को बनाये रखने के लिए बहुत कुछ कुरबान भी कर देते हैं। …उदय ‘सबआल्टर्न’ (ग़रीब और अकसर दलित जन) को नायक की तरह पेष करने की समस्या से, और मध्यवर्गीय ‘संस्कृति’ से उसके बुनियादी विरोध को पूरी रचनात्मक ताक़त के साथ प्रस्तुत करने वाले अपनी पीढ़ी के अग्रणी कथाकार हैं।’ -असद जै़दी

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